शिक्षक तबादलों में जुड़ी शिकायतों का पारदर्शी समाधान: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हर जिले में सात-सदस्यीय समिति की स्थापना

पूर्ण समाचार रिपोर्ट:

पटना, 12 अगस्त 2025 — बिहार में स्कूल शिक्षक तबादलों की प्रक्रिया को प्रभावी और जवाबदेह बनाने के उद्देश्य से अपर मुख्य सचिव (ACS) एस. सिद्धार्थ ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है: अब प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी (DM) की अध्यक्षता वाली सात-सदस्यीय ‘डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर कमेटी’ गठित की जाएगी। यह पहल शिक्षकों के अंतः एवं अंतर-जिला तबादलों को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से निपटाने में सहायक होगी।Navbharat Times

समिति में शामिल होंगे:

  • जिलाधिकारी (DM) — अध्यक्ष
  • ज़िला विकास समिति (DDC)
  • अपर जिला दंडाधिकारी (ADDA)
  • अन्य चार सदस्य — जिनकी जिम्मेदारी ट्रांसफर प्रक्रिया के सभी पहलुओं को देखना होगी।Navbharat Times+1

यह समिति निम्नलिखित कार्यों को देखेगी:

  • अंतर-जिला (inter-district) तबादलों के लिए अनुशंसाएँ तैयार करना
  • शिकायतों का निष्पादन
  • रिक्त पदों पर प्रतिनियुक्ति आर्डर जारी करना
    ACS ने इस निर्देश को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया है।Navbharat Times+1

स्थिति और आवश्यकता:

  • बिहार में लगभग 1.25 लाख शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया चल रही है।
  • बावजूद इसके, कई महिला शिक्षकों को अब तक जिला आवंटन नहीं मिला है, या जो हुआ है वह भी अंतर-जिला रहा है।
  • कई पुरुष शिक्षक भी अभी तक पोस्टिंग के इंतजार में हैं।Navbharat Times

लोकव्यू की राय:

यह निर्णय शिक्षा तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति से, शिक्षकों की समस्याएँ सीधे दृष्टिगत होकर समयबद्ध निर्णय लिए जा सकते हैं। लेकिन, इस पहल की प्रभावशीलता तय होगी:

  • क्या सभी जिले समय सीमा के भीतर सक्रिय कार्रवाई करेंगे?
  • क्या शिक्षक अपने जिले या ब्लॉक की प्राथमिकता के अनुसार पोस्टिंग सुनिश्चित कर पाएंगे?

यदि ऐसा हुआ, तो यह व्यवस्था बिहार की शिक्षा प्रणाली में लंबे समय तक स्थिरता और सुधार लाने में सहायक सिद्ध होगी।


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